मांडर में पहले फूल था , अब फल की बारी है: सुदेश महतो


मांडर विधानसभा क्षेत्र की जनता अब मांडर में बदलाव लाने के लिए तैयार हो चुकी है । 1952 से मांडर के लोग वोट देकर विधायक बनाते रहे हैं, लेकिन यहां का विकास नहीं हो पाया है । यहां बेरोजगारी चरम पर है, पलायन के लिए लोग मजबूर हैं , बेहतर शिक्षा के लिए इन्हें शहर की ओर जाना पड़ता है , सिंचाई के लिए पानी से भी वंचित है । लेकिन हमारी आजसू पार्टी इस बार बदलाव करने जा रही है । उक्त बातें आजसू पार्टी के सुप्रीमो सुदेश कुमार महतो मांडर विधानसभा में पार्टी की प्रत्याशी हेमलता उरांव के समर्थन में मांडर की जनता को संबोधित कर रहे थे ।

सुदेश महतो ने कहा है कि पहले फूल था अब फल की बारी आ गई है । मांडर की जनता को दिग्भ्रमित होने की जरूरत नहीं है । स्वास्थ्य चिकित्सा, शिक्षा के लिए आजसू प्रतिबद्ध है। हमारे मांडर के लोगों को पलायन करना नहीं होगा , उनके गांव में स्व रोजगार का प्रबंध किया जाएगा। उन्होंने कहा है कि अब तक जितनी भी राजनीतिक पार्टियां हुई है , मांडर की जनता को छला है । क्योंकि उन्हें झारखंड के अस्तित्व और अस्मिता से कोई लगाव नहीं है ।

हमारे जो बंधु हैं जिस पार्टी से लड़ रहे हैं , उस पार्टी का भी गठन झारखंड बनने के बाद हुआ है । लेकिन हमारी आजसू पार्टी संघर्ष और लाठी खाने के बाद बनी है। अलग झारखंड के आंदोलन मे इसका अपना इतिहास रहा है । लंबी लड़ाई लड़ने के बाद आज हम इस मुकाम तक पहुंचे हैं ।

सुदेश ने कहा कि यहां के ग्रामीणों को यहां के किसानों को सिंचाई के लिए सोचना पड़ता है। लेकिन हम इन्हें कोयल नदी से पानी ला कर देंगे , वह पानी बेकार नहीं जाएगा , बल्कि सिंचाई के लिए काम आएगा । इस नदी को हम स्वर्णरेखा से भी जोड़ेंगे । हमारा संकल्प पत्र भी यही है , इन नदियों को जोड़ना हमारा पहला दायित्व है । युवाओं , युवतियों को बेहतर और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए दूसरे शहरों में जाने की जरूरत नहीं होगी । उसकी व्यवस्था मांडर में ही होगी । इसलिए अपना महत्वपूर्ण वोट 7 दिसंबर को आजसू पार्टी के समर्थित उम्मीदवार हेमलता उरांव को ही दें ।

ताकि आपका और आपके विधानसभा का सर्वांगीण विकास हो सके । आर्थिक ,सामाजिक, शैक्षणिक, राजनीतिक स्तर से आप मजबूत हो सके । आजसू पार्टी का यही संकल्प है , कि हमारे झारखंड में कोई गरीब असहाय कमजोर बेरोजगार ना रहे। 19 साल के झारखंड को और मजबूत बनाने के लिए आप सभी की जरूरत है।