नारी शक्ति सेना (गुलाबी गैंग) ने कुप्रथाओं के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाने का लिया निर्णय
रांची। महिला सशक्तिकरण एवं नारी उत्थान के लिए समर्पित संस्था नारी शक्ति सेना (गुलाबी गैंग) ने झारखंड की उप राजधानी दुमका के सरैयाहाट स्थित असवारी गांव में डायन करार देकर एक ही परिवार के तीन महिलाओं समेत चार लोगों के साथ अमानवीय व्यवहार किए जाने की घटना की तीव्र निंदा की है। इस संबंध में गुलाबी गैंग की संस्थापक अध्यक्ष व शहर की लोकप्रिय समाजसेविका रानी कुमारी ने सोमवार को एक प्रेस बयान जारी कर कहा है कि डायन के अंधविश्वास में गांव के ही दबंगों द्वारा तीन महिलाओं समेत चार को मैला पिलाना और गर्म छड़ से शरीर को दागना अमानवीय कृत्य है, इसकी जितनी भी निंदा की जाए, कम होगी। उन्होंने कहा कि संस्था की ओर से अन्य महिला संगठनों व महिला स्वयं सहायता समूहों के सहयोग से कुप्रथाओं के खिलाफ व्यापक जन-जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है। इसकी शुरुआत रांची जिले से की जाएगी। इसके तहत रांची व आसपास के ग्रामीण इलाकों में शिक्षा के प्रचार-प्रसार पर बल देते हुए कुप्रथाओं को समूल नष्ट करने की दिशा में लोगों को जागरूक किया जाएगा। उन्होंने उक्त घटना के पीड़ित परिवारों को पुलिस-प्रशासनिक संरक्षण देने, पीड़ितों का उपचार करने के अलावा इस प्रकार की अमानवीय घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों को अविलंब गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि ऐसी घृणित घटनाएं सभ्य समाज के माथे पर कलंक का टीका है। इस प्रकार की अमानवीय घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इस दिशा में पुलिस-प्रशासन को भी तत्परता से कार्रवाई करने की आवश्यकता है।