पत्रकार सुरक्षा कानून के प्रति जनप्रतिनिधि उदासीन : प्रीतम भाटिया
- पत्रकारों को अनुशासित रहना जरूरी : जितेंद्र ज्योतिषी विशेष संवाददाता
रांची/सिंदरी(धनबाद)। आज बड़े-बड़े मीडिया घराने पत्रकारिता के क्षेत्र में आ गए हैं। करोड़ों,अरबों रुपये के मालिक मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं। ऐसे में लघु एवं मध्यम मीडिया व उसके पत्रकार कैसे सुरक्षित रहेंगे?इसके लिए सोचना जरूरी हो गया है। संसद के अगले सत्र में पत्रकार सुरक्षा कानून को लेकर पत्रकारों का पक्ष रखूंगा।
उक्त बातें धनबाद के सांसद पीएन सिंह ने कही। श्री सिंह सिंदरी में ऑल इंडिया स्मॉल एंड मीडियम जर्नलिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले रविवार को आयोजित पत्रकार मिलन सह सम्मान समारोह कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
उन्होंने अपने संबोधन में पत्रकार एवं साहित्यकार के मौलिक अंतर को समझाया। आगे कहा कि पत्रकार समाज में तत्कालीन घटनाओं का आईना होता है। समाज का मूल तस्वीर दिखाना पत्रकार का धर्म होता है। उसे लोकतंत्र के तीन स्तंभों कार्यपालिका,न्यायपालिका और विधायिका पर नजर रखनी होती है, जो काफी मुश्किल काम है। ऐसे में सुरक्षा एक अहम विषय है।
उन्होंने पत्रकारों को कर्तव्यबोध कराते हुए कहा कि पत्रकार हैं, लेखनी के लिए हाथ भांजिए, लेकिन दूसरे की प्रतिष्ठा का भी ख्याल रखिए। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि व्यक्तिगत प्रतिबद्धता पर कलम चलाना कहां तक उचित है?यह विचार भी पत्रकारों को करनी चाहिए। उन्होंने कहा मल्टीनेशनल मीडिया समूह के बीच लघु व मध्यम मीडिया का बने रहना बड़ी बात है।
एसोसिएशन के बिहार,बंगाल एवं झारखंड के प्रभारी प्रीतम सिंह भाटिया ने कहा कि सांसद का यह आश्वासन पत्रकार सुरक्षा कानून के लिए सुकून देने वाला है। पूर्व में भी पत्रकार सुरक्षा कानून को लेकर एक सांसद द्वारा सदन में बात रखा गया था, लेकिन उस पर क्या हुआ? उन्होंने कहा कि सांसद यदि सदन में ठोस तरीके से पत्रकार सुरक्षा कानून को रखने में सफल होते हैं, तो देशभर का पत्रकार उनका ऋणी रहेगा।
इस अवसर पर प्रदेशाध्यक्ष जीतेंद्र ज्योतिषी ने कहा कि समाज के प्रति पत्रकारिता धर्म निभाने के लिए पत्रकारों को अनुशासन में रहना जरूरी है। उन्होंने कहा कि पत्रकार अगर अनुशासन में रहकर काम करेंगे तो उन्हें कोई कठिनाई नहीं होगी। वर्तमान आपाधापी और खबरों की ताबड़तोड़ उठापटक के बीच कहीं न कहीं पत्रकार साथियों को निशाना बनाया जाता है। पत्रकार सुरक्षा कानून पूरे देश के लिए जरुरी है। इस पर सत्ता और विपक्ष दोनों को सोचना चाहिए।
एसोसिएशन के प्रदेश महासचिव बंटी जायसवाल ने कहा कि बीमा के लिए मुख्यमंत्री को मिलकर दोबारा सुझाव दिया गया है कि इस पर जल्द पहल करें।
उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि पत्रकार सुरक्षा कानून,पेंशन,आवास सहित अन्य मांगे भी जरुर पूरी होंगी, लेकिन उसके लिए सभी को एक मंच पर आना चाहिए।
प्रदेश महासचिव सुनील पांडेय ने कहा कि संगठन दिन-रात पत्रकार साथियों की स्वतंत्रता और सुरक्षा के लिए प्रयासरत है। पत्रकार साथियों को बीमा योजना के बाद एक्रिडेशन और पेंशन के लिए भी आंदोलन करने की जरूरत है।
प्रदेश सलाहकार गणेश मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री को पत्रकार सुरक्षा कानून पर जल्द कानून बनाने के लिए प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पत्रकार साथियों को संगठित होना जरूरी है।
प्रदेश सदस्यता प्रभारी दीपक कुमार ने कहा कि चौथे स्तंभ को तीन स्तंभ की निगरानी करनी है। ऐसे में बिना सुरक्षा के भ्रष्टाचार पर कलम का वार करना मुश्किल है।
मौके पर एसोसिएशन के प्रदेश तकनीकी सलाहकार नागेंद्र कुमार और प्रदेश कोषाध्यक्ष राहुल कुमार ने भी अपने विचार रखे।
कार्यक्रम के दौरान धनबाद ग्रामीण जिला अध्यक्ष योगेश सोनी,रांची ग्रामीण जिला अध्यक्ष प्रविंद पांडेय सहित अन्य पत्रकारों को पदाधिकारियों को भी प्रमाण पत्र सौंपा गया। प्रदेश कमिटी द्वारा पत्रकारों को सदस्यता फॉर्म भी बांटे गए।
समारोह में एसोसिएशन के कोल्हान महासचिव अजय महतो,कोल्हान अध्यक्ष कमलेश सिंह,कोल्हान उपाध्यक्ष मनोज सिंह,उपाध्यक्ष मिथिलेश तिवारी,प्रमंडल अध्यक्ष राजेश सिंह,धनबाद जिला उपाध्यक्ष अशोक कुमार,राजेश सिंह,संपद गोप,महासचिव सत्येंद्र चौहान,प्रवक्ता बबन झा,सचिव रविंद्र प्रसाद,सतीश मिश्रा,अवधेश कुमार राय,अभिमन्यु प्रसाद,कोषाध्यक्ष मनोज शर्मा,कार्यालय प्रभारी सचिन सिंह सूरज सिंह,कार्यसमिति सदस्य मनोज कुमार साव,गोविंद खेत्रपाल,राजेश कुमार वर्मा सहित कई पत्रकार,समाजसेवी,बुद्धिजीवी और शिक्षाविद उपस्थित थे।
कार्यक्रम का आयोजन व संचालन प्रमंडलीय अध्यक्ष राजेश सिंह ने किया, जबकि अध्यक्षीय भाषण शैलेंद्र जायसवाल बंटी ने दिया।