रक्तदान शिविर के विश्व रिकॉर्ड में रांची शामिल(हुसैनी रक्तदान शिविर का आयोजन)

इंसानियत को बचाना सबसे बड़ी इबादत: मौलाना सैयद तहजिबुल हसन



रांची: रक्तदान करना और कराना दोनो सवाब का कार्य। रक्त का कोई धर्म या मजहब नहीं होता। भले ही लोग अलग अलग संप्रदाय में बांट दे लेकिन जब रक्त की जरूरत होती है तो मज़हब या धर्म नहीं देखते। उक्त बातें मस्जिद जाफरिया रांची के इमाम व खतीब सह झारखंड राज्य हज कमेटी के सदस्य हज़रत मौलाना सैयद तहजिबुल हसन रिजवी ने कहीं। वह शनिवार को मानवता के प्रतीक हज़रत इमाम हुसैन की याद में लगा हुसैनी रक्तदान शिविर को संबोधित कर रहे थे। मौलाना ने कहा की इमाम हुसैन की याद में पूरे विश्व में एक साथ रक्तदान शिविर लगाया गया है। हूं इज हुसैन नामक संस्था ने पचास हजार का लक्ष्य रखा है। जो अभी ज्ञात हुआ कि लक्ष्य पार हो गया। वहीं मस्जिद जाफारिया में लगे रक्तदान शिविर के कन्वीनर सैयद समर अली, आमूद अब्बास, सैयद फ़राज़ अब्बास ने बताया कि अंजुमन जाफारिया द्वारा मस्जिद जाफारिया में लगभग 50 लोगो ने रक्तदान किया। इसमें गुरुनानक अस्पताल ब्लड बैंक का सहयोग रहा। कैंप में 50 लोगों ने रक्तदान किया। रक्तदान कैंप में महिलाओं ने भी रक्तदान किया। रक्तदान करने वालो में अमूद अब्बास, असरा सुल्ताना, दीपक कुमार सिंह, गयासुद्दीन मुन्ना, पत्रकार मो आदिल रशीद, सैयद फ़राज़ अब्बास, अशरफ हुसैन रिज़वी, शब्बार फातमी, लड्डन भाई, शारुख रिज़वी, गज़म, साकेत सिंह, शाहिद इमाम, नदीम रजा, मो ज़िया, नेहल रिज़वी, अयान अली, सरवर अली, सरवर अली उसकी पत्नी, नाज़िम रेलवे, करीम रेलवे, हसन अब्बास, शफीक डोरंडा, समर अली, नदीम रिज़वी, हैदर अली, हबीब, सबीर हुसैन रामगढ़, सैयद फ़राज़ अहमद, मौलाना बाकिर रज़ा, वासिया फातिमा, हसीन फातमा, सोनू हिंदपीरी, जावेद शफीक, नरगिस बानो, सैयद कमर अली, अरमान राजा, तबरेज़ अंसारी, दिलशाद आलम आदि शामिल हैं। मौके पर डॉक्टर तिरिलोच्न सिंह, अंजुमन इस्लामिया के अध्यक्ष इबरार अहमद, हाजी नवाब, मतिउर्रमान, सैयद जावेद हैदर, इकबाल हुसैन, फ़राज़ अहमद, फैजान हैदर, मो करीम, मो हसनैन, समेत कई लोग थे।