एचईसी प्रबंधन के नगर प्रशासन विभाग का सुरक्षा विंग मौन
रांची। एक ओर एचईसी आवासीय परिसर में खाली पड़ी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर दुकान और मकान बनाए जाने का सिलसिला बदस्तूर जारी है। वहीं, दूसरी तरफ एचईसी परिसर स्थित खेल के मैदानों पर भी अतिक्रमणकारियों की गिद्धदृष्टि लगी हुई है। इसकी बानगी एचईसी आवासीय परिसर के सेक्टर-तीन स्थित वीआईपी कॉलोनी (एफ टाइप व ई टाइप क्वार्टर) में देखने को मिलती है। यहां खेल के मैदान में एक गैर सरकारी संस्था द्वारा अवैध रूप से एंबुलेंस की पार्किंग की जा रही है। इससे मैदान की स्थिति अत्यंत खराब हो गई है। यह मैदान बच्चों के खेलने लायक नहीं रह गया है। स्थानीय निवासियों के मुताबिक विगत तकरीबन छह माह से एनजीओ संचालित एंबुलेंस के चालकों द्वारा आवासीय कॉलोनी स्थित खेल के मैदान में वाहनों का पार्किंग अवैध रूप से किया जा रहा है। यही नहीं, कई आवासों के सामने भी एंबुलेंस खड़े कर दिए जाते हैं। इससे क्वार्टर में रहने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। बताया जाता है कि गैरसरकारी स्वयंसेवी संस्था हंस फाउंडेशन के लगभग डेढ़ दर्जन एंबुलेंस सेक्टर तीन स्थित उक्त आवासीय कॉलोनी में बगैर एचईसी प्रबंधन की अनुमति के अवैध रूप से पार्किंग किए जा रहे हैं। शाम लगभग पांच बजे से सुबह करीब दस बजे तक प्रतिदिन एंबुलेंस के पड़ाव के रूप में खेल का मैदान और एचईसी के आवासों के सामने पड़े खाली जगहों का उपयोग किया जाता है। यह भी बताया जाता है कि एंबुलेंस की अवैध पार्किंग एचईसी प्रबंधन के नगर प्रशासन विभाग के अधीनस्थ सुरक्षा विंग के कुछ कर्मियों के संरक्षण में हो रहा है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक इस संबंध में स्थानीय निवासियों की ओर से एचईसी प्रबंधन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए यथोचित कार्रवाई करने का अनुरोध किया गया है। कॉलोनीवासियों के अनुसार खेल के मैदान में वॉलीबॉल, फुटबॉल व अन्य खेलों का आनंद यहां निवास करने वाले बच्चे और खिलाड़ी उठाया करते थे, लेकिन विगत लगभग पांच-छह माह से एंबुलेंस के अवैध रूप से पार्किंग किए जाने की वजह से मैदान की स्थिति बदहाल हो गई है। खासकर बरसात के दिनों में मैदान में एंबुलेंस की पार्किंग व आवागमन के कारण पूरे मैदान में कीचड़ भर गया है। गौरतलब है कि सेक्टर तीन स्थित उक्त कॉलोनी में पूर्व केंद्रीय मंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री, एचईसी के सीएमडी व शीर्ष अधिकारी सहित राज्य सरकार के कई उच्चाधिकारी व झारखंड के विधायकगण का आवास है। क्षेत्र में अक्सर वीआईपी मूवमेंट रहता है। कई गणमान्य लोग और माननीयों के वाहनों का आवागमन होता रहता है। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि उक्त वीआईपी कॉलोनी में बगैर एचईसी प्रबंधन की अनुमति के दर्जनों एंबुलेंस की पार्किंग किनके आदेश पर की जा रही है?