रांची: ईद-उल-अजहा की नमाज में लाखों लोगों ने खुदा की बारगाह में सजदा कर देश दुनिया में अमन-मोहब्बत और भाईचारा कि दुआ मांगी। मुफ्ती कमर आलम शहर क़ाज़ी रांची सह खतीब हववारी मस्जिद ने खुतबे में संदेश दिया कि बकरीद का त्योहार हमें कुर्बानी और त्याग का संदेश देता है। मजहब इस्लाम में कुर्बानी की बड़ी अहमियत है। कुर्बानी हजरत इब्राहिम की सुन्नत है। कुर्बानी इबादत है और इबादत में सफाई की अहमियत है। सफाई ईमान का हिस्सा है। कुर्बानी में सफाई का विशेष ध्यान रखें। खुले में कुर्बानी न करें। मुफ्ती कमर ने नौजवानों से अपील करते हुए कहा की कुर्बानी के जानवर का फोटो वीडियो सोशल मीडिया पर न डालें। कोई ऐसा कार्य ना करें जिससे दूसरो को तकलीफ़ हो। अपने बेरादरान वतन का ख्याल रखें। उसके बाद उन्होंने नमाज पढ़ने का तरीका बताया और नमाज अदा कराई। नमाज के बाद खुतबा पढ़ा। खुतबे के बाद लोगों ने एक-दूसरे से गले लगकर ईद की बधाई दी।