साँसे हो रही कम, आओ वृक्ष लगायें हम


शिव शिष्य हरीन्द्रानन्द फाउंडेशन, राँची के तत्वावधान में ‘‘साँसे हो रही हैं कम, आओ वृक्ष लगाये हम’’ विषयक एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन ‘‘दी कार्निवाल हॉल’’, राँची में आयोजित किया गया। देश की एकता के प्रतीक हमारे राष्ट्र गान जन गण मन से कार्यक्रम का आरम्भ हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरेण्य गुरू भ्राता श्री हरीन्द्रानन्द साहब ने कहा कि वृक्ष हमारे जीवन की आधारशीला हैं। एक पेड़ सोलह लोगों को साँसे प्रदान करता है और दुर्भाग्य देखिए कि जिससे हमारी साँसे चल रही हैं हम उसे ही काट रहे हैं। उसकी क्षति कर रहे हैं। साहब ने कहा कि शिव के शिष्य प्रकृति की सुरक्षा, संरक्षता के लिए सदैव तत्पर रहते हैं।
कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए अर्चित आनन्द ने कहा कि हमें वृक्षों को लगाना चाहिए। हम सब मिलकर लगभग पाँच लाख वृक्ष लगा चुके हैं और निरंतर इस दिशा में हम काम कर रहे है। प्रोफेसर रामेश्वर मंडल ने शिव की शिष्यता और प्रकृति को जोड़ते हुए कहा कि हम अपने कर्त्तव्यो का पालन करें। हमारी जिम्मेदारी है कि हम मिलकर वृक्ष बचायें।
शिव शिष्य हरीन्द्रानन्द फाउंडेशन की अध्यक्षा बरखा सिन्हा ने कहा कि हमारे गुरू शिव प्रकृति का अयन करते हैं। वे प्रकृति के पालक है, संरक्षक भी हैं।
इस कार्यक्रम में आए लोगों ने भी अपने विचार रखे कि किस तरह से वृक्षों का संरक्षण किया जाय