जिस मस्जिद में पढ़ें लिखे वहीं के सचिव बनाये गए

रांची: परिवर्तन संसार का नियम है। जो आज है वो कल नहीं होगा। यही प्रकृति का नियम है। लेकिन बदलाव इंसान में होना जरुरी है। लेकिन परिवर्तन सही दिशा में होनी चाहिए। आज हम बात कर रहे हैं रांची के मशहूर समाजसेवी मोहम्मद नौशाद गुज्जर की। समाज सेवा से उनका बहुत लंबे समय से नाता रहा है। लेकिन बीच मे वह ऐसे पार्टी से जुड़ गए थे जिसमें खुलकर अपने समाज के प्रति कार्य नही कर पारहे थे। निसंदेह उनका इशारा भजपा की तरफ है। डेढ़ साल पहले पार्टी छोड़ चुके है। अब वह पूरी तरह समाजसेवा के लिए तत्पर और सजग हैं। मोहम्मद नौशाद ने कहा कि अल्लाह कब किसको हिदायत दे, कोई नही जानता। उन्होंने कहा कि हाजी मेराज, मोहम्मद इस्लाम और इनके साथियों ने मेरे ऊपर बहुत मेनहत किया। हम 3 दिन के जमात में निकल गए। जिसके अमीर थे, हाजी मेराज। अल्लाह ने मुझे हिदायत के दौलत से नवाजा और मदीना मस्जिद के मुसल्याण ने मुझे सचिव की ज़िम्मेदारी सौंप दी। मस्जिद की ज़िम्मेदारी मिलना बड़ी बात हैं। अल्लाह ने अपने मस्जिद के ख़िदमत के लिए मुझे चुना यह मेरे लिए फख्र की बात है। अल्लाह का शुक्र है , कि अल्लाह ने मुझे रांची के सबसे बड़ी मस्जिद का सचिव बनाया गया है।

चुनाव पर की चर्चाः
कमिटी के चुनाव पर बात करते हुए मस्जिद कमिटी के चुनाव कन्वेनर प्रोफेसर डॉ वक़ील रिज़वी ने बताया कि चुनाव बहुत पीसफूल हुआ। यह चुनाव हाथ उठाकर नहीं बल्कि वोटिंग कराकर संपन्न हुआ है। करीब 270 मतदाताओं ने मतदान किये। फज्र नमाज के बाद से सुबह 7 बजे तक मतदान हुआ। अध्यक्ष पद में दो उम्मीदवार थे। मोहम्मद अख्तर को 115 वोट मिले और मोहम्मद जहांगीर को 145 वोट मिले।
सचिव पद पर 3 उमीदवार थे। मोहम्मद अल्हाज को 39, मोहम्मद अनवर को 105 और मोहम्मद नौशाद को 122 वोट मिले। कोषाध्यक्ष मोहम्मद इरफान निर्विरोध चुने गए।

मतदान सफल कराने वालेः
चुनाव प्रक्रिया को कामयाब करने वालो में कन्वेनर डॉ साजिद, हाजी आरिफ, हाजी फैयाज, वोलेंटियर में मो जावेद खान, मोहम्मद एजाज, मो नौशाद, मोहम्मद अख्तर, मोहम्मद तसलीम, मो अब्दुल्लाह, मोहम्मद शब्बीर, मोहम्मद तनवीर, मोहम्मद आफताब आदि हैं। मोसल्याण ने चुना है ।

चुनाव जीतने के बाद क्या कहाः

चुनाव जीतने के बाद नव नियुक्त सचिव मोहम्मद नौशाद गुज्जर ने कहा कि नई कमेटी ख्याल रखेगी की इमाम, मस्जिद समेत मस्जिद से जुड़े मोसल्याण का भी ध्यान रखा जाएगा। आने वाले दिनों में मस्जिद के सौंदर्यकर्ण पर भी कार्य किया जाएगा। जो कार्य पिछली कमेटी में अधूरे रह गए थे उन कार्यों को पूरा किया जाएगा। मस्जिद में अंदर मेंबर ए रसूल बनाने, मस्जिद के सहन फर्श बनाने, आगे पीछे दोनों गेट का मीनार का काम करवना है। मोसल्याण के मशविरा से बाथरूम का भी काम किया जायेगा।आमदनी का जरीया भी जरूरी है। मस्जिद में किसी भी प्रकार की परेशानी हो तो नौशाद से संम्पर्क कर समस्या रख सकते हैं।

कौन है मोहम्मद नौशाद उर्फ गुज्जर
नव नियुक्त सचिव मोहम्मद नौशाद , हाजी मोहम्मद अयूब ओटी असिस्टेंट सदर अस्पताल के पुत्र हैं । मोहम्मद नौशाद का शुरुआती शिक्षा मदीना मस्जिद से हुई। मौलाना आलम नदवी इनके शिक्षक रहे। नाज़रा खत्म करने के बाद एक पारह हिफ़्ज़ किया। इदरिसया स्कूल से मैट्रिक पास किया। गौसनर कॉलेज से इंटर और ग्रेजुएशन में केमेस्ट्री ऑनर्स किया। शादी घाटशिला में किया। दो बेटी है अलीशा और नौशीन। दोनों पढ़ाई कर रही हैं।