लॉकडॉउन के मद्देनजर अलविदा के बजाय जोहर और ईद उल फित्र की जगह शुकराना की नमाज घरों में करें अदा, एदार शरीया झारखंड की बैठक में लिया गया फैसला.
रांची:-आज दिनांक 19 मई को जोहर नमाज के बाद खानकाह मजहरीया रांची में सज्जादा नशीं मौलाना सय्यद शाह अलकमा शिबली कादरी की अध्यक्षता में एदार ए शरीया झारखंड के काजीयाने शरीयत व उलेमाओं की कॉलिंग कॉन्फ्रेंसिंग मीटिंग नाजिमे आला मौलाना कुतुबुद्दीन रिजवी की पहल पर हुई जिसमें एजेंडे पर प्रकाश डालते हुए मौलाना रिजवी ने कहा कि कोरोना वायरस एक निहायत खतरनाक विश्व महामारी बीमारी है जिसकी रोकथाम के लिए केंद्र और राज्य सरकारों ने लाकडाउन लागू किए हैं जिसकी बुनियाद पंज वक्ता नमाज, जुमा और तरावीह मस्जिदों में चंद ही आदमी जमात में शामिल हो रहे हैं लॉक डॉउन की मुद्दत में विस्तार हो कर 31 मई तक लागू है इस बीच में 22 मई को अलविदा और 23 मई को 29 रमजान है अगर उनतीस रमजान को चांद हो गया तो 24 को ही वरना 25 को ईद उल फित्र की नमाज पढ़ी जाएगी, एैसी स्थिति में मुसलमान शरीयत की रहनुमाई हासिल करना चाहते हैं, काजीयाने शरीयत ने लॉकडॉउन के मद्देनजर शरीयत के हर पहलू पर चर्चा कर सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि 31 मई तक लॉकडॉउन है और इससे पहले ईद उल फित्र की नमाज अदा की जाएगी मुसलमानों पर ईद उल फितर की नमाज एैसी सुरत में शरीयत की रौषनी में साकित ( शरीयत में छुट) हो गई है और जिस तरह से लॉकडॉउन के दिनों में नमाज़ जुमा और तरावी चंद लोग ही मस्जिदों में जमात के साथ पढ़ रहे थे इसी तरह अलविदा और ईद उल फित्र की नमाज भी मस्जिदों व ईदगाहों में चंद लोग ही जमात के साथ नमाज अदा करें बाकी सारे मुसलमान अलविदा के बजाय जोहर की नमाज जुम्मा की जनाअत खत्म होवे के बाद अदा करें और नमाज़ ईद उल फित्र में भी चंद लोग ही जमाअत के साथ ईद उल फित्र की नमाज अदा करें इसके अलावा सारे मुसलमानों पर शरियत की रोशनी में नमाज़ ईद उल फित्र साकित हो गई है लिहाजा आम मुसलमान अपने अपने घरों में मस्जिदों व ईदगाहों में जमात खत्म होने के बाद दो रिकअत नमाज़ ईद उल फित्र की जगह शुकराने की नमाज़ पढ़ें अगर कोई घर में इमामत के लाइक हो तो इमाम के अलावा ज्यादा से ज्यादा 3 लोग घरों में भी इद उल फित्र की जगह शुकराने की नमाज जमाअत के साथ पढ सकते हैं और अगर कोई इमामत के लायक ना हो अलग अलग ईद उल फित्र के दिन दो रिकअत शुकराने की नमाज अदा करें और शुकराने की नमाज के बाद 34 मर्तबा अल्लाह हू अकबर बुलंद आवाज से कहें अलबत्ता अलविदा और नमाज ईद-उल-फितर में खुतबा, तकरीर और दुआ माइक से मस्जिद में की जाए और आम मुसलमान अपने अपने घरों से तकरीर और खुतबा सुने और दुआ में शामिल रहे ,काजीयाने शरीयत के फैसले के अनुसार उज्रे शरई की वजह से आम मुसलमानों पर चुंके ईद उल फित्र की नमाज साकित हो गई है लेहाजा शुकराने की नमाज पढ़ने से ईद उल फितर की नमाज पढ़ने का सवाब मिलेगा जैसा कि हदीसों में आया है, इसी तरह जोहर की नमाज पढ़ेंगे तू जोहर की नमाज पढ़ने का भी सवाब मिलेगा और अलविदा का भी सवाब मिलेगा ,काजीयाने शरीयत ने लाकडॉउन का पालन करने की भी अपील की , फैसले के अनुसार यह फैसला झारखंड के हर जिले में हर आलुमेदीन, हर कमेटियों के पास भेज दिया गया है और कहा गया है कि समय-समय पर मस्जिदों से यह ऐलान जारी रखें और ईद से पहले पहले गरीबों, मुहताजों और जरूरतमंदों की मदद करें कॉलिंग कॉन्फ्रेंसिंग मिटिंग के दौरान खानकाह में मौलाना सैयद शाह अलकमा शिबली, मौलाना कुतुबुद्दीन रिजवी, मौलाना, गुलाम फारुक मिस्बाही, मौलाना आफताब जिया, मौलाना मुजीब उर रहमान जब के कॉन्फ्रेंसिंग कॉलिंग में चीफ काजीए शरीयत मौसाना मुफ्ती आबिद हुसैन मिस्बाही ,काजीयाने शरीयत मुफ्ती अनवर निजामी मिस्बाही, मुफ्ती एजाज हुसैन मिस्बाही, मुफ्ती फैजुल्ला मिस्बाही, मुफ्ती रियाजुद्दीन मिस्बाही, मुफ्ती सईद उर रहमान मिस्बाही और मुफ्ती इजहार अहमद शामिल हुए