पीड़ित मानवता के सेवार्थ डॉ.शाहबाज आलम ने बढ़ाए हाथ

गरीबों के बीच बांटे एक माह की राशन सामग्री

  1. रांची। लॉकडाउन के दौरान बेहद गरीब परिवारों को हो रही परेशानियों के मद्देनजर राजधानी के कर्बला चौक स्थित होपवेल हॉस्पिटल के संचालक व प्रख्यात शल्य चिकित्सक डॉ.शाहबाज आलम की ओर से गरीबों के बीच राशन सामग्री बांटे जा रहे हैं। चिकित्सा क्षेत्र में उत्कृष्ट सेवा के लिए ख्यातिप्राप्त डॉ.आलम संकट के समय पीड़ित मानवता की सेवा में भी अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं। गरीबों व जरूरतमंदों को हरसंभव सहयोग करने में उनकी पत्नी डॉ.नेहा अली(स्त्री रोग विशेषज्ञ)भी सहयोग कर रहीं हैं। गौरतलब है कि वैश्विक महामारी कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए किए गए देशव्यापी लाॅकडाउन में बेघर, बेसहारा और बेहद गरीबों को भोजन के लिए परेशानियां हो रही हैं। इसे ध्यान में रखते हुए डॉक्टर आलम ने कर्बला चौक व आसपास के बेहद गरीब परिवारों को चिन्हित कर उन्हें राशन मुहैया कराने का निर्णय लिया है। इसके तहत गुरुवार को 40 गरीब लोगों के बीच राशन उपलब्ध कराया गया। प्रत्येक गरीब व्यक्ति को विभिन्न सामग्री युक्त कुल 37 किलोग्राम के राशन का एक पैकेट दिया गया। उन्होंने इसके लिए कर्बला चौक स्थित रांची किराना स्टोर के संचालक को निर्देशित कर रखा है कि उनके द्वारा अनुशंसित व्यक्ति को उनके हस्ताक्षरयुक्त कूपन प्राप्त कर राशन का पैकेट सौंप दें।
  2. डॉ. शहबाज़ आलम ने बताया कि उनका लक्ष्य डेढ़ सौ अत्यंत गरीब और जरूरतमंद लोगों को लगभग पूरे एक महीने का राशन सामग्री मुहैया कराना है। राशन किट में 12 किलोग्राम चावल, पांच किलो आटा, दो किलो चना, दो किलो मसूर दाल, दो किलो चना दाल, एक लीटर सरसों तेल, एक लीटर रिफाइंड वायल, तीन किलो चीनी, एक किलो चूड़ा, एक किलो सोयाबीन, एक किलो नमक, तीन पीस नहाने का साबुन, जीरा-गोलकी का पैकेट, दो किलो आलू, दो किलो प्याज, एक किलो लहसुन व एक कोलगेट टूथपेस्ट आदि सामग्री है। गरीब परिवार के लोग डॉ.आलम के सौजन्य से पर्याप्त मात्रा में लगभग एक महीने की राशन सामग्री पाकर काफी खुशी का इजहार कर रहे हैं। राशन पाने वाले कई परिवारों ने डॉ.आलम के इस सेवा कार्य की सराहना करते हुए कहा कि लगभग पूरे एक महीने के लिए दैनिक उपयोग की राशन सामग्री अब तक किसी संस्था या व्यक्ति द्वारा नहीं दी गई थी। पीड़ित मानवता की सेवा में डॉ.आलम दंपत्ति ने एक बेहतरीन मिसाल पेश की है।

ऐसे पता कर लेते है कौन है जरूरतमन्द

  • ऐसे पता करते है कि कौन है जरूरतमन्दद
  • हॉटमेल हॉस्पिटल में इलाज कराने आए मरीजों से इलाज के दौरान मरीजों के आर्थिक स्थिति की जानकारी डॉक्टर नेहा अली, डॉक्टर शहबाज़ आलम बात ही बात में पता कर लेते हैं। साथी मरीज के आस पड़ोस में जो जरूरतमंद है जो दूसरों के सामने मुंह नहीं खोलते, जो दूसरों के सामने हाथ नहीं फैलाते, वैसे लोगों के बारे में पता करते हैं कि, क्या आपके आस पड़ोस में ऐसे लोग भी हैं तो वह मरीज ऐसे कुछ लोगों का नाम बता देता है। फिर उस बताए हुए एड्रेस पर अपने प्रतिनिधि भेज कर पता कर लेते हैं और उसका मोबाइल नंबर मंगवा लेते हैं उसके बाद फोन पर उसको बुला कर बगैर फोटो खींचे हुए उसको कूपन दे दिया जाता है ताकि वह बताए हुए एड्रेस में जा कर राशन उठा सके।

अब तक एक लाख से जियदा का राशन बांटा जा चुका है

धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर इस करोना महामारी में जहां जी जान से लोगों के सेवा में लगे हैं। रात को रात और दिन को दिन नहीं समझ रहे। डॉक्टरों के इस कर्यो को पूरी दुनिया सलाम कर रही है। तो वही डॉक्टर मरीजों के इलाज के बाद कुछ समय निकालकर ऐसे लोगों को पता कर रहे हैं और करवा रहे हैं जो भूखा तो रह सकता है लेकिन किसी को बोलते नहीं है, किसी के सामने हाथ नहीं फैलाते, किसी के सामने मुंह नहीं खुलते ऐसे लोगों को पता करके उनको राशन दे रहे हैं। होपवेल हॉस्पिटल के संचालक डॉक्टर शाहबाज आलम कहते हैं ऐसे लोगों को राशन और मदद करने में दिल को बहुत सुकून मिलता है।

आर्थिक सहायता को भी बढ़ाये हाथ

आर्थिक सहायता भी कर रहे है डॉक्टर शहबाज़ लॉक डॉन में कुछ ऐसे लोग लोगों को भी आर्थिक सहायता दिया जा रहा है जो होपवेल हॉस्पिटल से दूर रहते हैं जिनको आने जाने में परेशानी है ऐसे लोगों को जरूरतमंद लोगों को चिन्हित कर उनके अकाउंट में फोन पे के द्वारा पैसा ट्रांसफर कर देते हैं।