रात के अंधेरे में घर घर पहुंचा रहे हैं राशन

हमारे क्षेत्र में कोई भी भूखा ना सोए यही है हमारी कोशिश: रिंकू

दिन भर होता है किट तैयार, रात में निकलते हैं बाटने: फ़िरोज

हजरत उमर फारूक के सुन्नत पर अमल कर रहे हैं: फ़िरोज उर्फ रिंकू

रांची: भारत समेत पूरी दुनिया इस वक्त कोरोना वायरस से त्रस्त है। अचानक हुए लॉक डाउन से कई घरों में परेशानी बढ़ गया है। लॉक डाउन के बीच झारखंड की राजधानी रांची में कुछ ऐसे लोग भी हैं जो गरीबों के लिए मसीहा बनकर सामने आ रहे है। इस संकट की घड़ी में जरूरतमंदों की मदद के लिए हर कोई, हर संस्था अपने अपने तरीके से मदद कर रहा है। लेकिन कोई ऐसा भी है जो रात के अंधेरों में जरूरतमंदों के घरों में राशन पहुंचा रहै हैं। मजहब इस्लाम के दूसरे खलीफा हजरत उमर फारूक के सुन्नत पर अमल कर रहा है। हजरत उमर फारूक अपने दौरे खिलाफत में रात के अंधेरों में घर घर जाकर यह पूछते या पता करते कि फ़लाँ ने खाना खाया कि नहीं, राशन है कि नहीं। उसी सुन्नत पर अमल कर रहे हैं राजधानी रांची के मशहूर समाजसेवी सह वार्ड 17 के पार्षद शबाना खान के पति फिरोज उर्फ रिंकू। इनके जज्बे और इनके कार्य को देखकर लोग इन्हें गरीबो के मसीहा कहने लगे हैं। फिरोज उर्फ रिंकू भी रात के अंधेरों में अपनी गाड़ियों में राशन भरकर निकलते हैं। और घर घर दस्तक देकर राशन पहुंचाते हैं। कौन हिंदू है, कौन मुस्लिम है, कौन आदिवासी है, कौन क्रिश्चन है इससे इन्हें कोई मतलब नहीं है। बस उनकी यह कोशिश है कि हमारे वार्ड 17 में कोई भी घर हमसे छूटने ना पाए। कोई भी घर बगैर खाए भूखा ना सोए।अचानक रात को अपने घर पर देखकर कई लोग हैरान हो जाते हैं। राशन पाकर खुश हो जाते हैं और इन्हें आशीर्वाद देते हैं।

महिलाओं ने कहा के हमें तो यकीन ही नहीं होता कि आज के समय में भी ऐसे लोग होते हैं

कई महिलाओं ने कहा के हमें तो यकीन ही नहीं होता कि आज के समय में भी ऐसे लोग होते हैं। जो बगैर मांगे, बगैर कुछ बोले घर पर राशन पहुंचा जाते हैं। भगवान फिरोज उर्फ रिंकू को भला करे। अबतक लाखो के राशन बाट चुके है। फिरोज उर्फ रिंकू कहते हैं कि किसी को भी मदद करने में जो सुकून मुझे मिलता है वह मैं बता नहीं सकता। अभी तो संकट की घड़ी है। ऊपरवाला ने मुझे दिया है हम अभी दूसरों को मदद नहीं करेंगे तो कब करेंगे। कोरोनावायरस से हम सब मिलकर लड़ेंगे। यह वायरस धर्म, जाति, रंग, अमीर, गरीब, देख कर नहीं आता। यह अल्लाह का आजाब है। फ़िरोज उर्फ रिंकू ने कहा कि हम इस संकट की घड़ी में देश के साथ हैं। चाहे सरकार हो या फिर समाज हो हर वो नागरिक जो देश में रहता है। उनकी समस्या के साथ हम उनके साथ खड़ें है। हम प्रशासन, पत्रकार, समाजसेवियों द्वारा बताए हुए लोगों तक भी राशन पहुंचा रहे हैं। ताकि कोरोना के कारण पैदा हुए संकट में कोई भूखा न रहें।


ये दिया जा रहा हैं राशन में

10 किलो चावल, 5 किलो आटा,1 किलो दाल, 1 लीटर तेल, 1 किलो आलू, 1 किलो प्यजा, एक पाव हरा मिर्चा, मसाला, 1 किलो नमक, कोई एक हरा सब्जी हैं। फ़िरोज उर्फ रिंकू ने आगे कहा कि मेरी कोशिश होगा कि यह कार्य निरंतर जारी रहे। आने वाले दिनों में भी जरूरतमंद लोगों को राशन व आवश्यक सामानों को वितरित किया जायेगा।