ओझा-गुनियों पर कार्रवाई करने का निर्देश स्वागत योग्य : रानी कुमारी
विशेष संवाददाता रांची। महिला उत्पीड़न की घटनाओं पर अंकुश लगाने और महिला हितों के संरक्षण के उद्देश्य से गठित नारी शक्ति सेना (गुलाबी गैंग) ने डायन-बिसाही के मामले में जागरूकता फैलाने का निर्णय लिया है। इस संबंध में संगठन की संस्थापक अध्यक्ष व शहर की जानी-मानी समाजसेविका रानी कुमारी ने रविवार को एक प्रेस बयान जारी कर कहा है कि समाज में व्याप्त कुप्रथाओं के कारण सामाजिक विकास अवरूद्ध होता है। सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों में अंधविश्वास के वशीभूत होकर डायन-बिसाही का आरोप लगाकर महिलाओं को प्रताड़ित करने की घटनाएं होती हैं, इस पर रोक जरूरी है। ऐसी घटनाएं सभ्य समाज के माथे पर कलंक का टीका है। रानी कुमारी ने कहा कि गत दिनों रांची जिले के सोनाहातु थाना क्षेत्र के राणाडीह गांव में डायन-बिसाही का आरोप लगाकर तीन महिलाओं की हत्या की घटना मानवीय संवेदनाओं को झकझोरने वाली है। ऐसी घटनाएं अशिक्षा, अंधविश्वास और ओझा-गुनियों व तांत्रिकों की संलिप्तता के कारण होती है। इस पर रोक लगाना अत्यंत जरूरी है। इसके लिए नारी शक्ति सेना (गुलाबी गैंग) द्वारा समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाया जाता रहा है। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों में शिक्षा का प्रचार-प्रसार अत्यंत जरूरी है। इसमें सरकारी और गैर सरकारी स्तर पर जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है। रानी कुमारी ने कहा कि बुंडू अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अजय कुमार द्वारा अनुमंडल क्षेत्र के सभी अंचल निरीक्षक और थाना प्रभारियों के साथ बैठक में विशेष रूप से सामाजिक मुद्दों डायन-बिसाही पर चर्चा किया जाना सराहनीय है। एसडीपीओ अजय कुमार द्वारा सभी थाना प्रभारियों से ओझा-गुनियों और तांत्रिक कार्य में संलिप्त व्यक्तियों की सूची बनाने और डायन-बिसाही जैसी घटनाओं को संरक्षण देने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया जाना स्वागत योग्य कदम है। रानी कुमारी ने कहा कि इसी तर्ज पर राज्य के सभी थाना क्षेत्रों में ऐसा निर्देश जारी किया जाना जरूरी है। इससे काफी हद तक डायन-बिसाही मामलों पर अंकुश लग सकेगा।