मन की शांति के लिए आध्यात्मिकता जरूरी : स्वामी अंतरानंद महाराज
दृढ़संकल्प और अनुशासन सफलता की कुंजी : प्रो.ओआरएस राव
विशेष संवाददाता
रांची। शैक्षणिक सत्र 2022 के नव प्रवेशित छात्रों के लिए इक्फाई विश्वविद्यालय, झारखंड परिसर में इंडक्शन प्रोग्राम आयोजित किया गया, जिसमें 2022 बैच के सभी कार्यक्रमों के अभिभावकों और छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। स्वामी अंतरानन्द महाराज, सहायक सचिव, रामकृष्ण मिशन आश्रम, रांची इंडक्शन प्रोग्राम के उद्घाटन समारोह के विशिष्ट अतिथि थे। कार्यक्रम में प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए, इक्फाई विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ओआरएस राव ने कहा कि हमारा विश्वविद्यालय छात्रों को योग्यता और चरित्र के मूल्य के रूप में सक्षम पेशेवरों के रूप में तैयार करने पर केंद्रित है। उन्होंने आगे विस्तार से बताया कि कैसे विश्वविद्यालय अपने पाठ्यक्रम को अद्यतन करता है और छात्रों को उद्योग 4.0 और अच्छे चरित्र को बनाने के लिए उठाए गए कदमों के अनुरूप व्यावहारिक कौशल से लैस करता है। उन्होंने छात्रों को एक विद्यार्थी के पांच लक्षणों को अपनाने की सलाह दी। कड़ी मेहनत और एक कौवे की दृढ़ता, एक क्रेन की एकाग्रता, एक कुत्ते की सतर्कता, सीमित सांसारिक इच्छाएं और व्याकुलता, घर के आराम क्षेत्र से बाहर निकलने की इच्छा। उन्होंने उन्हें दृढ़ संकल्प, अनुशासन, समर्पण और परिश्रम के साथ अध्ययन करने के लिए प्रोत्साहित किया जो सफलता की कुंजी है। अपने बच्चों की सफलता के लिए माता-पिता और विश्वविद्यालय के सहयोगात्मक प्रयासों की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए प्रो. राव ने माता-पिता से अनुरोध किया कि वे माता-पिता-शिक्षक बैठकों में भाग लेकर विश्वविद्यालय के साथ सहयोग करें और संस्थान के और सुधार के लिए अपने सुझाव दें। छात्रों को संबोधित करते हुए स्वामी अंतरानंद महाराज ने छात्रों को मन की आंतरिक शांति के लिए आध्यात्मिकता विकसित करने की सलाह दी। उन्होंने उन्हें चरित्र विकास पर ध्यान केंद्रित करने के लिए भी प्रोत्साहित किया, जो उनकी सफलता और खुशी के लिए महत्वपूर्ण है। व्यक्तित्व विकास के साथ-साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए विश्वविद्यालय द्वारा की गई पहल पर सभी अभिभावकों ने प्रसन्नता व्यक्त की। सीनियर बैचों के छात्रों ने हाल ही में संपन्न हुए समर इंटर्नशिप से कैंपस लाइफ के अपने अनुभव और अपनी सीख को साझा किया। धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत करते हुए विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. अरविंद कुमार ने कहा कि इंडक्शन प्रोग्राम का उद्देश्य स्कूली जीवन से विश्वविद्यालय जीवन में उनका सहज आगमन सुनिश्चित करना है। प्रोफेसर अरविंद कुमार ने कहा कि शिक्षाविदों के अलावा, विश्वविद्यालय पड़ोसी गांवों के समावेशी विकास के लिए कई सामाजिक आउटरीच पहल करता है और आप सभी को उनमें सक्रिय रूप से भाग लेने का अवसर मिलता है। इसके अलावा, आप सभी सर्वांगीण व्यक्तित्व के विकास के लिए पाठ्येतर गतिविधियों की एक श्रृंखला में भाग ले सकते हैं। पड़ोसी सिमालिया गांव के स्कूली छात्रों ने पारंपरिक नागपुरी आदिवासी नृत्य का प्रदर्शन किया, जिसका सभी प्रतिभागियों ने आनंद लिया। कार्यक्रम का संचालन विश्वविद्यालय की सहायक प्राध्यापक डॉ. श्वेता सिंह ने किया। समारोह में काफी संख्या में छात्र-छात्राओं और शिक्षकों ने भाग लिया।