संगठन की रीढ़ हैं युवा कार्यकर्ता : डॉ.आरपी साहु

विशेष संवाददाता
रांची। सदान विकास पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.राजेन्द्र प्रसाद साहू ने कहा कि राष्ट्र के नवनिर्माण में युवाओं की अहम भूमिका है। युवा किसी भी संगठन की रीढ़ होते हैं। युवाओं की सहभागिता के बिना सामाजिक विकास की परिकल्पना नहीं की जा सकती है। डॉ.साहु ने शुक्रवार को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि झारखंड सरकार ने सदान युवाओं को उपेक्षित रखा है। राज्य सरकार की गलत नीतियों और सदानों के प्रति उपेक्षा के भाव के कारण सदान युवाओं को वाजिब हक और अधिकार नहीं मिल पाया है। बगैर ओबीसी आरक्षण को लागू किए पंचायत चुनाव करा दिया गया। इससे सदान युवाओं का हक मारा गया है। डॉ.साहु ने कहा कि झारखंड में सदान विकास पार्टी को समर्थन देकर आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव में विजयी बनाना होगा, तभी हम आपको अधिकार दिला सकेंगे।
उन्होंने कहा कि सदान हितों के संरक्षण का दंभ भरने वाले कई अन्य संगठनों ने सदान समुदाय को सिर्फ ठगने का ही काम किया है। उन्हें उनका वाजिब हक दिलाने के प्रति हमेशा उदासीन रवैया अपनाते रहे हैं। महज निजी स्वार्थवश सदानों को वोट बैंक समझकर उनका इस्तेमाल करते रहें। अब झारखंड राज्य के सदान ऐसे संगठनों की मंशा भांप चुके हैं। सदान विकास पार्टी के सिवा दूसरा कोई संगठन नहीं है जो सदानों को उनका वाजिब हक दिला सके।
उन्होंने कहा कि विभिन्न राजनीतिक दलों ने भी सिर्फ सदानों को छलने का कार्य किया है।
डॉ.साहु ने सदानों से एकजुट होकर एक मंच पर आने और सदान विकास पार्टी को समर्थन देने की अपील की।
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- सदान हितों का संरक्षण सर्वोपरि : एपी साहु
रांची। सदान विकास पार्टी के रांची जिला अध्यक्ष अमेरिका प्रसाद साहू ने कहा है कि सदानों को उनका वाजिब हक दिलाने के लिए सविपा सतत प्रयासरत है। सदान हितों का संरक्षण सर्वोपरि है। श्री साहु ने कहा कि पार्टी की रांची जिला इकाई की ओर से अधिक से अधिक युवाओं को संगठन से जोड़ने का अभियान शुरू किया गया है। सक्रिय युवा कार्यकर्ताओं को संगठन में शामिल कर सदान समुदाय के सशक्तिकरण की दिशा में कदम उठाया गया है।
उन्होंने कहा कि झारखंड अलग राज्य गठन के बाद से अब तक सदान वर्ग उपेक्षित रहे हैं। तकरीबन दो दशक से भी अधिक अवधि से सदान समुदाय सरकारी उपेक्षा का दंश झेलने को विवश हैं।
उन्होंने कहा कि विभिन्न राजनीतिक दल सिर्फ अपने स्वार्थ सिद्धि के लिए सदानों का इस्तेमाल करते रहे हैं, लेकिन उन्हें हक दिलाने के प्रति कभी दिलचस्पी नहीं दिखाई। अब सदान समुदाय सजग हो गए हैं। उन्हें हक दिलाने की दिशा में सदान विकास पार्टी संघर्षरत है। जल्द ही इसका सकारात्मक परिणाम सामने आएगा।