नारी शक्ति सेना (गुलाबी गैंग) कुप्रथाओं के खिलाफ चलाएगा जागरूकता अभियान


रांची। सामाजिक संगठन नारी शक्ति सेना(गुलाबी गैंग) और प्रेरणा जागृति विकास मंच ने संयुक्त रूप से कुप्रथाओं के खिलाफ व्यापक जन-जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया है। इसके लिए अन्य स्वयंसेवी संगठनों से भी सहयोग की अपील की गई है।
इस संबंध में शनिवार को सुंदरनगर (हेहल) में नारी शक्ति सेना (गुलाबी गैंग) की अध्यक्ष व लोकप्रिय समाजसेविका रानी कुमारी के नेतृत्व में एक बैठक हुई।
बैठक में गत दिनों पलामू, गुमला सहित अन्य जगहों पर डायन-बिसाही के नाम पर महिला को प्रताड़ित किए जाने की घटना की तीव्र निंदा की गई।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए रानी कुमारी ने कहा कि आए दिन खासकर सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में महिला उत्पीड़न की घटनाएं हो रही हैं। सरकारी और गैर-सरकारी स्तर पर किए जा रहे तमाम प्रयासों के बावजूद महिलाओं को प्रताड़ित करने की घटना पर अंकुश नहीं लग रहा है। डायन-बिसाही के नाम पर महिलाओं के साथ मारपीट किए जाने, उन्हें अपमानित करने और अमानवीय घटनाओं को अंजाम देने का सिलसिला बदस्तूर जारी है।
उन्होंने कहा कि महिलाओं के साथ हो रही अमानवीय घटनाएं सभ्य समाज के माथे पर कलंक का टीका है।
अंधविश्वास के शिकंजे में जकड़े हुए लोगों द्वारा डायन-बिसाही के नाम पर महिलाओं के साथ अमानवीय व्यवहार किया जाता है। यह महिलाओं का अपमान है।
उन्होंने कहा कि कुप्रथाएं सामाजिक कोढ़ है। स्वस्थ और समृद्ध समाज निर्माण में यह बहुत बड़ी बाधा है। इसे जड़-मूल से नष्ट करना अत्यंत जरूरी है।
रानी कुमारी ने कहा कि अंधविश्वास और कुप्रथाओं के खिलाफ सामाजिक संस्थाओं को व्यापक जन-जागरूकता चलाने की आवश्यकता है। इस दिशा में नारी शक्ति सेना (गुलाबी गैंग) और प्रेरणा जागृति विकास मंच की ओर से संयुक्त रुप से जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है। इसके तहत विभिन्न क्षेत्रों में लोगों को कुप्रथाओं के खिलाफ जागरूक किया जाएगा, ताकि ऐसी घटनाओं पर रोक लग सके। उन्होंने कहा कि शिक्षा के अभाव में भी ऐसी अमानवीय घटनाएं होती हैं। इसलिए महिलाओं को शिक्षित करना भी आवश्यक है। इसके लिए सामूहिक सहभागिता जरूरी है। बैठक में खुशी तिवारी, गुंजन देवी, लकी देवी सहित अन्य शामिल थे।