- मामला गत पांच वर्षों से कर्मियों के बकाए वेतन भुगतान का
विशेष संवाददाता
रांची। विगत लगभग पांच वर्षों से वेतन नहीं मिलने से परेशान राजधानी रांची के डोरंडा स्थित आईटीडीसी द्वारा संचालित होटल अशोका के कर्मी निराश होकर धरना पर बैठे और आत्मदाह का निर्णय लेने पर विवश हुए। होटल के कर्मचारियों की विवशता और उनकी समस्याओं के प्रति संवेदनशील होते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने धरना स्थल पर पहुंचकर कर्मियों को ढाढस बंधाया। साथ ही उन्हें आश्वस्त किया कि बकाए वेतन के भुगतान की दिशा में सकारात्मक पहल की जाएगी। श्री सहाय ने कहा कि वे होटल अशोका के उन कर्मियों की विवशता समझते हैं कि विगत पांच वर्षों से जिन्हें वेतन नहीं मिल रहा हो, उनकी क्या स्थिति होगी? यथाशीघ्र इस संबंध में भारतीय पर्यटन विकास निगम के उच्च अधिकारियों से मिलकर वार्ता की जाएगी और कर्मियों की समस्याओं का हल निकाला जाएगा।
श्री सहाय ने होटल अशोका के कर्मियों को आश्वस्त करते हुए कहा कि 13 जुलाई को नई दिल्ली में आईटीडीसी के शीर्ष अधिकारियों के संग मुलाकात कर कर्मियों के बकाया वेतन भुगतान हेतु अविलंब आवश्यक कदम उठाने का अनुरोध किया जाएगा।
गौरतलब है कि लगभग पांच वर्ष पूर्व होटल अशोका बंद कर दिया गया है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक होटल में कार्यरत लगभग तीन दर्जन कर्मियों में से कई ने वीआरएस ले लिया और कई कर्मी सेवानिवृत्त हो चुके हैं। फिलहाल लगभग आधा दर्जन कर्मी विगत पांच वर्षों से अपने बकाए वेतन के भुगतान के लिए सरकार की ओर टकटकी लगाए हुए हैं। इस संबंध में कर्मियों ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी न्याय की गुहार लगाई, लेकिन स्थिति यथावत है।
अंततः सभी तरफ से निराश और हताश होकर होटल अशोका के इन कर्मियों ने धरने पर बैठकर आत्मदाह जैसे कदम उठाने का निर्णय लिया।
श्री सहाय द्वारा होटल कर्मियों को ढांढस बंधाने और उनकी समस्याओं का निदान यथाशीघ्र कराने के आश्वासन के बाद कर्मियों ने आत्मदाह के निर्णय को वापस ले लिया।
इस मौके पर श्री सहाय के साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विनय सिन्हा दीपू भी साथ थे। श्री दीपू होटल अशोका के कर्मियों की समस्याओं के प्रति हमेशा संवेदनशील रहते हुए उन्हें सकारात्मक पहल करने का आश्वासन देते रहे और उनका हौसला अफजाई करते रहे। श्री दीपू ने भी बताया कि इस संबंध में जल्द ही नई दिल्ली में पर्यटन विभाग के आला अधिकारियों के साथ वार्ता की जाएगी। उन्होंने आशा व्यक्त किया कि इसका सकारात्मक परिणाम जल्द ही सामने आएगा।