

रांची: मुकद्दस माह-ए-रमजान के साथ ही नमाज-ए-ईशा के बाद पढ़ी जाने वाले विशेष नमाज तरावीह मुकम्मल होने का भी सिलसिला जारी है। झारखंड की राजधानी रांची के हिंदपीढ़ी स्थित होमैरा टावर 23 में दिन में शहर के मशहूर कारी एहसान के पुत्र ने तरावीह मुकम्मल कराई। इस दौरान रांची के डिप्टी मेयर उम्मीदवार और समाजसेवी अशरफ खान चुन्नू ने हाफिज साहब का स्वागत किया। कारी एहसान ने रमजान की रहमत, बरकत, फजीलत व अहमियत के बारे में बताया। कहा कि रमजान का महीना रहमत, बरकत व गुनाहों से निजात पाने का महीना है। ऐसे में इस महीने में सभी मोमिनों को रोजा रख कर इबादत करनी चाहिए। कहा कि अगर तरावीह मुकम्मल हो गई है तो इसका मतलब यह नहीं कि अब तरावीह न पढ़ी जाएं। तरावीह मुकम्मल होने के बावजूद भी सुरह तरावीह पढ़ते रहे।अंत में कारी एहसान और हाफिज कलाम ने बारगाहे इलाही में दोनों हाथों को फैलाकर देश, दुनिया में अमन-चैन, आपसी भाईचारे की दुआ मांगी। खत्म तरावीह में आने वाले सभी लोगो को मिठाई देकर स्वागत अशरफ खान चुन्नू ने किया। मौके पर अयूब राजा खान राजा, अशरफ खान चुन्नू, अजहर खान, नसीम अख्तर, शहजाद, मास्टर उस्मान, महफूज आलम, मो हबीब, मोहम्मद आलम, मो मूफिज, हाफिज कलाम, समेत कई लोग थे।