रांची: मौलाना आजाद कॉलेज के पी आलम ने पवित्र रमजान पर झारखंड वासियों को मुबारकबाद देते हुए कहा है माह-ए-रमजान रहमत व बरकत की बारिश का ऐसा महीना है जिसमें हर तरफ इबादत का सिलसिला चलता है। रमजानुल मुबारक का महीना मुसलमानों के लिए सबसे अफजल महीना है। यह महीना भाईचारे और इंसानियत का पैगाम भी देता है। रोजा सिर्फ दिन भर भूखा रहने का नाम नहीं, बल्कि रोजा इंसान को इंसान से प्यार करना सिखाता है। रोजा गरीब भाइयों से मुहब्बत करने का जज्बा पैदा करता है। इस पाक महीने को तीन अशरों में बांटा गया है। पहला अशरा रहमतों का है। खुदा की तरफ से रहमत बरसती है। भीषण गर्मी और जिस्म को झुलसा देने वाली धूप के बावजूद रोजेदार अपनी इबादत में जुटे रहते हैं। उनकी इबादत के सामने मौसम की तल्खियां भी कोई असर नहीं डाल पाती हैं। पी आलम ने कहा की हमें रमजान के पाक महीने में एक-दूसरे के साथ मुहब्बत का पैगाम देकर इंसानियत मजबूत करनी चाहिए।