उबड़-खाबड़ कच्ची सड़क पर पैदल चलना भी मुश्किल, बांस पर झूलते बिजली के तार दे रहे हादसों को निमंत्रण


सड़क और सिमेंटेड पोल के लिए जनप्रतिनिधियों से लेकर विभागीय अधिकारियों से लगाई गुहार, जनप्रतिनिधि उदासीन, विभाग बेपरवाह

  • विशेष संवाददाता
    रांची। राजधानी से सटे अरगोड़ा-कटहल मोड़ रोड पर रांची नगर निगम वार्ड संख्या 35 अंतर्गत स्थित इलाहीनगर के निचले खेत मोहल्ले के निवासी पक्की सड़क और बिजली के सिमेंटेड खंभे के लिए तरस रहे हैं। इस संबंध में स्थानीय निवासियों ने कई बार सांसद, विधायक व स्थानीय पार्षद से लेकर विभागीय अधिकारियों तक गुहार लगाई, लेकिन इस दिशा में किसी भी स्तर से कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस संबंध में स्थानीय एक उद्यमी उपेंद्र कुमार ने बताया कि इलाहीनगर रोड नंबर 2 के निचले खेत मोहल्ला में उन्होंने एक लघु उद्योग का प्रतिष्ठान स्थापित किया है, जहां दर्जनभर से अधिक स्थानीय पुरुष व महिलाएं काम करते हैं। इस प्रतिष्ठान में उन्होंने बाकायदा बिजली का कनेक्शन ले रखा है। विभाग की ओर से बिजली की मीटर रीडिंग भी ली जाती है। वे बिजली बिल भी जमा कर रहे हैं। लेकिन उनके प्रतिष्ठान तक बिजली पहुंचाने के लिए सीमेंटेड खंभे विभाग की ओर से अब तक नहीं लगाए गए हैं। बांस के खंभे लगाकर बिजली का तार झुलाते हुए उनके प्रतिष्ठान तक विभाग द्वारा कनेक्शन दे दिया गया है। इससे कई बार हादसा होते-होते बचा है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में बिजली विभाग के अधिकारियों से कई बार अनुरोध किया गया, लेकिन इस दिशा में अब तक कोई प्रगति नहीं हुई। बांस पर झूलते बिजली के तार हादसों को निमंत्रण दे रहे हैं। लेकिन बिजली विभाग के अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रहा है। उन्होंने बताया कि सीमेंटेड पोल लगाने के लिए बिजली विभाग के दफ्तर के चक्कर काटते-काटते वह थक चुके हैं। इस दिशा में उन्होंने स्थानीय सांसद, विधायक और पार्षद से भी कई दफा गुहार लगाई, लेकिन सभी ने निराश किया।
    उपेंद्र कुमार ने कहा कि इलाहीनगर के खेत मोहल्ले में तकरीबन दर्जन भर आवास बने हैं। इस क्षेत्र में दिन-ब-दिन आबादी बढ़ती जा रही है। अपने प्रतिष्ठान और अन्य आवासों तक आवागमन के लिए उन्होंने कच्ची सड़क पर मोरम व ईंट के टुकड़े आदि अपने स्तर से बिछाया है। ताकि आने जाने में सहूलियत हो। उन्होंने बताया कि बरसात के दिनों में तो इस कच्ची सड़क पर पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है। उनके प्रतिष्ठान तक आने-जाने में भी उन्हें और उनके कर्मियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस ओर जनप्रतिनिधियों का ध्यान आकृष्ट कराते हुए जनहित में उक्त कच्ची सड़क को पक्की सड़क में परिवर्तित करने की दिशा में यथोचित कदम उठाने का अनुरोध किया गया। लेकिन स्थानीय निवासियों के आवेदन को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। स्थानीय लोगों के मुताबिक चूंकि इस्लाम नगर मुहल्ला मुस्लिम बहुल क्षेत्र है, इसलिए भाजपा के सांसद और विधायक इस ओर उदासीन रहते हैं। जनप्रतिनिधियों द्वारा इस क्षेत्र की उपेक्षा की जाती है।
    उन्होंने कहा कि बिजली विभाग से भी बिजली के सीमेंटेड पोल लगाने के लिए कई बार आग्रह किया गया, लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन भी मिला।
    उन्होंने कहा कि बांस के पोल पर झूलते हुए बिजली के तार से हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।