अंजुमन अस्पताल में कुछ कमी दिखती है तो उसे बेहतर बनाने के लिए आगे आएः मोकीम आलम

संवाददाता, आर इमरान

रांची। अंजुमन अस्पताल में कई तरह की खामियां है, ऐसी बातें कुछ लोग करते हैं , लेकिन यह खामियां कैसे दूर हो इस पर बोलने से और उसे पूरा करने से बचते हैं। उक्त बातें विभिन्न बड़े फार्मेसी सेंटरों में अपना योगदान देने वाले मशहूर फार्मा प्रोफेशनल मोहम्मद मोकीम आलम ने कही । उन्होंने कहा कि अंजुमन अस्पताल की टीम और यहां के चिकित्सक, नर्स, स्टॉप अपने मरीजों की देखभाल किस शिद्दत से करते हैं और उसका सफल इलाज कर उन्हें स्वास्थ्य कर घर भेजते हैं यह जानना और पूछना हो तो उन मरीजों से और उनके परिवारों से पूछिए जो स्वस्थ होकर घर जाते हैं । मैं तो बस यही कहूंगा कि जिन लोगों को अंजुमन अस्पताल में कुछ कमी या खामियां दिखती है , तो वे आए और इस में अपना योगदान दें। ताकि उसे बेहतर किया जा सके । इतना ही नहीं मोहम्मद मुकीम आलम ने अपने मरहूम माता, पिता और पत्नी के नाम से अंजुमन अस्पताल में 3 कमरों का खर्च का भार भी उठाया है। उन्होंने मौके पर एक लाख रुपए का चेक भी अंजुमन अस्पताल प्रबंधन कमेटी को सौंपा है। उन्होंने कहा कि मुझे लगा कि यहां पर कमरे की आवश्यकता है तो मैंने कमरे बनाने की जिम्मेदारी ली है । अगर किन्ही को लगता है कि और कुछ कमी है तो वे भी जिम्मेदारी ले सकते हैं। क्योंकि अस्पताल आपका, हमारा ,हम सभी का है और इसे बेहतर बनाने के लिए सोचिए ,तभी आप और हम सफल होंगे। वहीं अंजुमन इस्लामिया अस्पताल के अध्यक्ष इबरार अहमद ने कहा कि हमारी टीम पूरी ईमानदारी से काम करती है और काम करने पर विश्वास रखती है। जब कोई अच्छा काम होगा वहां अल्लाह की मदद होगी। मौके पर अध्यक्ष इबरार अहमद, मो नजीब, एडमिन अतीकुर्रहमान, ज़फ़र कमाल, मो मोहसिन, हाजी नवाव आदि थे।