झारखंड मैनुरेटि स्कूल एसोसिएशन के द्वारा शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन

मंत्री हफीजुल हसन के हाथों 45 स्कूल के शिक्षक एवं 18 जिला के जिसा के पदाधिकारी हुए सम्मानित

जीसा के प्रवक्ता मो उस्मान ने कहा कि सरकार एसोसिएशन के मांगो को पूरा करे, नही तो होगा आंदोलन

प्राइवेट स्कूल की मान्यता के लिए 60 डिसमिल जमीन की अनिवार्यता खत्म होनी चाहिए





रांची: आज दिनांक 29 सितंबर दिन बुधवार समय 11:00 बजे दिन में झारखंड मुस्लिम माइनॉरिटी स्कूल एसोसिएशन रांची के तरफ से एक शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि माननीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री श्री हाफिज उल हसन झारखंड सरकार, विशिष्ट अतिथि के एसोसिएशन के संरक्षक मोहम्मद सईद, जीसा के अध्यक्ष श्री अविनाश कुमार वर्मा, महासचिव श्री सर्वेश कुमार दुबे थे। समारोह का प्रारंभ तिलावते कुरान से इस्मत अंबारी शिक्षिका उस्मानिया पब्लिक स्कूल और अबुल कलाम निदेशक जिकरा स्कूल से हुआ। उसके बाद संस्था के अध्यक्ष सैयद अंसार उल्लाह के द्वारा वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत किया गया। इसके बाद पैरामाउंट पब्लिक स्कूल के बच्चों द्वारा रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। उसके बाद मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथि को बुके, माला और शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। उसके बाद लिटिल एंजेल्स हाई स्कूल पुनदाग के बच्चों द्वारा सलामी देकर कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। झारखंड मुस्लिम माइनॉरिटी स्कूल एसोसिएशन के अंतर्गत 56 माइनॉरिटी स्कूल के प्रिंसिपल और तीन शिक्षकों को मोमेंटो और सर्टिफिकेट देखकर मंत्री महोदय के हाथों सम्मानित करने का काम किया गया। इस अवसर पर झारखंड इंडिपेंडेंट स्कूल अलायंस जीसा के अध्यक्ष श्री अविनाश कुमार वर्मा ने समारोह को संबोधित किया और कहा के लगभग डेढ़ साल से बंद पड़े स्कूल से शिक्षा व्यवस्था चरमरा गई है यदि इस पर विशेष ध्यान सरकार द्वारा नहीं दिया गया तो हमारे समाज के बच्चे काफी पीछे चले जाएंगे। हम सब जानते हैं ऑनलाइन के नाम पर पढ़ाई नहीं मजाक हो रहा है। अब बच्चे अंसर याद नहीं करते हैं बल के गूगल से देख कर लिख लेते हैं। बच्चों की मानसिकता खराब होती जा रही है। साथ ही प्राइवेट स्कूल की मान्यता के लिए 60 डिसमिल जमीन की अनिवार्यता खत्म होनी चाहिए। नहीं तो 99% प्राइवेट स्कूल बंद होने के कगार पर आजाएंगे। साथी सरकार से आर्थिक सहायता की मांग की। इसके विशिष्ट अतिथि श्री सर्वेश कुमार दुबे ने समारोह को संबोधित किया और बताया कि कोरोनावायरस के कारण हम काफी पीछे चले गए हैं। अब समय आ गया है जल्द से जल्द सरकार इस पर ध्यान दें और प्राइवेट स्कूल वालों की जो दयनीय स्थिति हो गई है उसे दोबारा खड़ा किया जाए। क्योंकि हम जानते हैं हमारे विद्यालय में वैसे गरीब बच्चे पढ़ते हैं जो बड़े स्कूलों में महंगा फीस देकर नहीं पढ़ पाते हैं। हम उसे ₹200 से ₹500 तक महीना फीस देकर उसे पढ़ा कर उसकी इच्छा पूरा करते हैं वह भी अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाते हैं। और आपको जानकर खुशी होगी प्राइवेट स्कूल के बच्चे दिन बा दिन हर क्षेत्र में अच्छा कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा जिन विद्यालय को यू डाइस कोड मिल चुका है उसे मान्यता दे दिया जाए। इसके बाद संस्था के कोषाध्यक्ष मोहम्मद अर्श के द्वारा मांग पत्र पढ़ कर सुनाया गया। जिसमें सरकार से तीन बिंदुओं पर मांग रखा गया। नंबर वन स्कूल को मान्यता देने के लिए जमीन की अनिवार्यता खत्म होनी चाहिए। जैसा कि देश के अन्य राज्यों में है दूसरे नंबर पर आर्थिक सहायता हेतु सरकार द्वारा एक पैकेज की घोषणा हो। तीसरे नंबर पर क्लास नर्सरी से 5:00 तक जल्द से जल्द स्कूल खोल देना चाहिए। इसी बीच झारखंड के 18 जिला से जीसा के आए हुए पदाधिकारियों का बुके मोमेंटो सर्टिफिकेट देखकर सम्मानित किया गया। जिसमें पलामू जिला से अविनाश कुमार वर्मा, अजय श्रीवास्तव, बोकारो जिला से सर्वेश कुमार दुबे, देवेंद्र कुमार, रामगढ़ जिला से जीवन सर, हजारीबाग जिला से विपिन सिन्हा, चतरा जिला से नीरज कुमार सहाय, धनबाद जिला से मुन्ना सिंह, प्रवीण कुमार दुबे, एवं वेस्ट सिंहभूम जिला से मोहम्मद ताहिर हुसैन, ईस्ट सिंहभूम जिला से मोहम्मद तारिक, कोडरमा जिला से मोहम्मद मकसूद, लोहरदगा जिला से मोहम्मद इम्तियाज, और मौलाना रियाज, सिमडेगा जिला से मोहम्मद सगीर, गुमला जिला से मोहम्मद सद्दीक, सिसई से महमूद आलम, गढ़वा जिला से अमित कुमार तिवारी, लातेहार जिला से शशि भूषण पांडे, गिरिडीह जिला से दिनेश साहू, दुमका जिला से अरुण कुमार राय, रांची जिला से अक्षय सिंह, प्रभात कुमार रथ आदि को सम्मानित किया गया। अतिथि मारवाड़ी कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल डॉक्टर जावेद साहब ने भी सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हम ऐसे समय में शिक्षकों को सम्मान दे रहे हैं जिस समय इनकी स्थिति दयनीय है हम इन्हें सम्मान देकर यह बताना चाहते हैं कि आप ही समाज के निर्माता और देश के भविष्य गढ़ने में आपकी आम भूमिका है बहुत से शिक्षक डिप्रेशन में चले गए हैं हम उन्हें सम्मान देकर उनका हौसला बढ़ा रहे हैं साथ ही गार्जियन से अनुरोध करते हैं सबसे पहले अपने बच्चों का पढ़ाई लिखाई पर ध्यान दें और उनके शिक्षकों का हाल चाल लेते रहें ताकि उनका मनोबल बना रहे अवसर पर शहर के गन्ने मान और बुद्धिमान व्यक्तियों की खूब संख्या थी आज जी सा का विस्तार भी किया • गया कई नए जिले आज सम्मिलित हो रहे हैं अभी तक झारखंड में 24 जिला में 18 जिले शामिल हो चुके हैं जी सा सभी प्राइवेट स्कूलों के लिए सुख दुख का साथी और बहुत बड़ी संस्था है जी सा के केंद्रीय प्रवक्ता मोहम्मद उस्मान ने बताया की आज 45 स्कूल के शिक्षक और जीसा के पदाधिकारियों को मंत्री के हाथों सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा कि यदि सरकार हमारी मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार नहीं करती है तो पूरे राज्य में आंदोलन करने पर मजबूर होंगे। विशिस्त अतिथी मोहम्मद सइड ने बताया मेरे जीवन का दो काम है एक पढआना दुसरा सेहत पर ध्यान रखना रांची पब्लिक स्कूल के द्वारा गरीब बच्चो को शिक्षित कर रहे है और सभी प्राइवेट स्कूल के संरक्षक बन कर सभी का हौसला बढ़ाते है। इस सभा को मुख्य अतिथि श्री हाफिजुर हसन मंत्री झारखंड सरकार ने संबोधित करते हुए यह कहा यह बात सच है कि अगर आज मोहल्ले टोले में छोटे-मोटे इंग्लिश मीडियम स्कूल नहीं होते तो पढ़ाई की स्थिति बद से बदतर हो जाती है यह समाज के शोषित वर्ग के बच्चों को दलितों और पिछड़ों और अल्पसंख्यक के बच्चों को पढ़ा कर मुख्यधारा से जोड़ने का काम करते हैं मैं आश्वासन देता हूं इनके सभी मांगों पर विचार करते हुए माननीय मुख्यमंत्री तक आवाज पहुंचाने का काम करूंगा और हमसे जितना हो सकेगा इनके लिए सहानुभूति रखूंगा मंच का संचालन संस्था के सचिव मोहम्मद उस्मान ने किया धन्यवाद ज्ञापन संस्था के सह सचिव मसूद कच्छी ने किया अंत में राष्ट्रगान जन गण मन अधिनायक जया है के साथ संपन्न हुआ। प्रोग्राम को कामयाब बनाने वालों में मोहम्मद उस्मान मसूद कच्ची सैयद अंसार उल्लाह मोहम्मद अर्श, मोहम्मद सईद हैं।

इन स्कूलों के शिक्षकों को सम्मानित किया गया
रांची पब्लिक स्कूल के पुष्पा कुमारी, शबनम परवीन, उस्मानिया पब्लिक स्कूल के मोहम्मद उस्मान, इस्मत अंबारी, सिटी पब्लिक स्कूल के मसूद कच्छी, आसिफ, पाम पब्लिक स्कूल के अंसार उल्लाह, शहनाज परवीन, संत जी एम स्कूल के सीमा, नसीमा, सबा जहां, अफिरा परवीन, जेबा फिरदौस, लिटिल एंजेल हाई स्कूल के रानी तबस्सुम, शमश हुसैन, आफाक अकैडमी स्कूल के महताब अंसारी, रेहाना खातून, अमन सिटी पब्लिक स्कूल के शमीमा खातून, खुशबू परवीन, जीकरा पब्लिक स्कूल के अर्शी, इशरत, पाम इंटरनेशनल स्कूल के लुबना फातिमा, खुशबू, ड्रीमलैंड पब्लिक स्कूल के नाजिया तबस्सुम, फ़िया परवीन, सदफ पब्लिक स्कूल के नाजिया परवीन, अफसान शरिन, एस पब्लिक स्कूल के मसीहुद्दीन, अरहम, आर मून स्कूल के अफ्फत आरा, वकास, सनराइज एकेडमी स्कूल के गुलाम गौस, अर्शी प्रवीण, इकरा पब्लिक स्कूल के मोइन अंसारी, मोहम्मद कलीम, जामिया पब्लिक स्कूल गुलनाज सिद्दीकी, फैज, एएम पब्लिक स्कूल का नुजहत परवीन, जेनब मुस्तफा, मॉडर्न इंग्लिश पब्लिक स्कूल के राज कुमार सिंह, जीनत परवीन, एजुकेशन वर्ल्ड स्कूल के शमश अहमद, राजेंद्र कुमार, जीनियस पब्लिक स्कूल के श्मश, हिना कौसर, कशिश स्कूल के सलेहा परवीन, रुकैया परवीन, न्यू ऑक्सफोर्ड स्कूल के रशीद अंसारी, हाफिज नुरुल्ला, एच एम के स्कूल के ज़ैनब अली, शगुफ्ता शाहीन, साइंस विजन स्कूल के बबीता राम, मोइन इस्लाम, एलजी हाई स्कूल के शकील अहमद, इदरीसिया तंज़ीम स्कूल के रियाज़ अहमद, नकी निशात, ज़करिया स्कूल के फरहत हुसैन, जावेद अख्तर, आई एम स्कूल के अरबाज, गजाला, जेबुन्निसा मेमोरियल स्कूल के शमश उज़ैर, नूर सबा, ज्योति पब्लिक स्कूल के बबीता कुमारी, अल हिरा पब्लिक स्कूल के नौशाद प्रवीण, जीनत कौसर, अजरुदीन पब्लिक स्कूल के आफरीन, साहिबा, प्राइम रोज पब्लिक स्कूल के इस्लाम, शहजादी प्रवीण, नेशनल एकेडमी स्कूल का नगमा परवीन, सबा अंजुम, चिल्ड्रन पब्लिक स्कूल के दानिश इकबाल, समी परवीन, एस अकैडमी स्कूल के नीलिमा सिंह, खुशबू, मिल्लत अकैडमी के सबीहा बानो, मरियम, एंजल वर्ल्ड स्कूल के जुबेरी, शिरीन कमाल, एमएम के स्कूल के भुनेश्वर, वंदना कुमारी।