सामाजिक कार्य करने के लिए संस्था या रजिस्टर्ड होना जरूरी नही दृढ़ इच्छा सकती और समाज के प्रति समर्पण की भावना होना जरूरी है: मो असलम

रिपोर्ट परवेज़ कुरैशी

रांची। मैं बता दूं कि जेएमसीसी ( झारखंड मुस्लिम सेंट्रल कमिटी) एक ऐसी संस्था जो ना सिर्फ रांची बल्कि समूचे झारखंड के तमाम ऐसे मुस्लिम समुदाय जो गरीब ,दबे कुचले , जो प्रताड़ित हो रहे हैं किसी भी स्तर पर उनका शोषण हो रहा है ,उनका समाधान करना हमारी कमेटी की प्राथमिकता में है। उक्त बातें पूर्व पार्षद सह झारखंड मुस्लिम सेंट्रल कमेटी के कार्यकारिणी अध्यक्ष मो. असलम ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा । असलम ने कहा कि कोरोना का दौर में जब लोग परेशान थे और घर से लेकर अस्पताल तक का चक्कर लगाना पड़ रहा था। ऐसी परिस्थिति में हिंदपीढ़ी कंटेनटमेंट जोन में था। लोगों को राशन,दवाइयां और अस्पताल, एंबुलेंस की आवश्यकता थी ऐसे में शहर का सबसे बड़ा संस्था अंजुमन इस्लामिया के अध्यक्ष कहां थे? जब मोब्लिंचिंग के मामले में उच्च अधिकारियो सहित माननीय मुख्यमंत्री से मिलकर आवाज बुलंद किया JMCC ने तो उस वक्त अन्जुमन के अध्यक्ष कहाँ थे ? मैं आपको बता दूं कि यह ड्राइंग रूम में चेस खेलने वाले समाज की फिक्र क्या करेंगे । कंटेंटमेंट जोन में मेरी कमेटी ने जरूरत मंदों के बीच राशन पहुंचाने, एंबुलेंस की व्यवस्था करना, यहां तक की साफ सफाई की भी जिम्मेदारी उठा रखी थी । यही कारण था कि जब नगर निगम साफ सफाई नहीं कर रहा था, भेदभाव की बाते हो रही थी, तब मैंने आवाज बुलंद किया। जिस पर कुछ विरोधियों ने मुझ पर एफ आई आर दर्ज कराने की भी कोशिश की। लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। मैं आपको याद दिला दूं, जब रिम्स में इलाजरत मरीज की मौत हो गई थी और जिला प्रशासन उसके लिए जगह तलाश रही थी। रातू रोड कब्रिस्तान में भी उन्हें दफनाने नहीं दिया गया , लोग परेशान थे । ऐसे में अंजुमन की भूमिका नगण्य रही । मैंने और हमारी कमेटी ने और हिंदपीढ़ी के ऐसे सामाजिक और बुद्धिजीवी लोगों ने मिलकर सुपुर्द ए खाक करने का काम किया । बहुत अफसोस होता है जब लोग झारखंड मुस्लिम सेंट्रल कमिटी पर सवाल उठाते हैं । सवाल तो जनता को उठाना चाहिए। लेकिन जनता जानती है कि झारखंड मुस्लिम सेंट्रल कमिटी किस तरह से हक और अधिकार के लिए आवाज बुलंद कर रही हैं मीडिया के माध्यम से अन्जुमन के चुनाव संयोजक को बता देना चाहता हूँ कि आप अगर अपने दायित्व को समझते है तो अविलम्ब पूर्व के पदाधिकारियों से उनके पद के अधिकार छिन ले नियमानुसार उनके कार्यकाल में दर्ज किए गए मिनट बुक,अन्जुमन कोष एवं बैंक से संबंधित सारे अधिकार वापस लेने के बाद निष्पक्ष रूप से चुनाव कराने का प्रयास करे अन्यथा वह लोग इसका नाजायज फायदा उठा कर चुनाव जीतने के लिए वोटरों को लुभाने के लिए इन सब चीजों का गलत इस्तेमाल करेंगे जैसे पूर्वर्ती संयोजक पर लगे दाग भी कुछ धूल जाए नही तो पूर्व के चुनाव संयोजक के जैसा आप भी कटघरे में खड़े मिलेंगे, चुनाव प्रक्रिया शुरू होने के बाद अपनी उपलब्धि गिना रहे लोग होश में आये इस मौके पर झारखंड मुस्लिम सेंट्रल कमेटी के कार्यकारणी अध्यक्ष मो. असलम,पूर्व पार्षद मो०सलाउद्दीन संजू सचिव नईम अख्तर, कोशाध्यक्ष डॉक्टर तारीक,मीडिया प्रभारी नदीम इकबाल ,एजाज गद्दी, अफरोज आलम,आरजू आलम,आदि उपस्थित थे।

नदीम इक़बाल
मीडिया प्रभारी
झारखण्ड मुस्लिम सेंट्रल कमिटी झारखंड
9304172269