सदान एकजुटता बनाएं, सदान विकास पार्टी को अपनाएं : डॉ.आरपी साहू


विशेष संवाददाता
रांची। सदान विकास पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.राजेन्द्र प्रसाद साहु ने शनिवार को एक प्रेस बयान जारी कर कहा है कि झारखंड राज्य के मूलवासियों व सदानों के साथ राज्य की सरकारों ने न्याय नहीं किया। राज्य गठन के बाद से ही सदान हितों की उपेक्षा की जाती रही है। सदान समुदाय अपने वाजिब हक से वंचित हैं।
उन्होंने कहा कि पहले तो बाहरी-भीतरी का नारा देकर राज्य का माहौल खराब करने की साजिश की गई। सामाजिक समरसता बिगाड़ने का काम किया। जनता को आपस में लड़वाया गया। इन गतिविधियों में कमोबेश सत्ता और विपक्ष दोनों की भूमिका रही।
दूसरी ओर एकल पद आरक्षण लागू कर सदानों को उनके हक और अधिकार से वंचित कर दिया गया।
ओबीसी आरक्षण लागू किये बिना पंचायत चुनाव करा दिया गया। मूलनिवासी सदानों को उनके अधिकार से वंचित कर बाहर का रास्ता दिखाते हुए सामान्य श्रेणी में शामिल कर दिया गया।
डॉ.साहु ने कहा कि राज्य सरकार के साथ-साथ कई राजनीतिक दल भी सदान हितों की अनदेखी करते रहे हैं। सदान मंत्री, सांसद व विधायक भी निजी स्वार्थलोलुपता के वशीभूत होकर सरकार के सुर में सुर मिलाते रहे हैं।
उन्होंने कहा कि झारखंड में एक मात्र सदान विकास पार्टी ही है, जो सदानों, मूलनिवासियों को उनका वाजिब हक दिलाने की मांग को लेकर निरंतर संघर्षरत है।
डॉ.साहू ने कहा कि चुनाव के समय सदानों का वोट लेने में सभी राजनीतिक दल आगे रहते हैं, लेकिन उन्हें हक दिलाने के प्रति उदासीन हो जाते हैं।
उन्होंने कहा कि झारखंड राज्य सदान बाहुल्य राज्य है। जहां 77 प्रतिशत सदान निवास करते हैं। सदानों के हितों को नजरअंदाज करने का खामियाजा राजनीतिक दलों को भुगतना पड़ सकता है। उन्होंने सदान हित में एकजुटता बनाए रखने और सदान विकास पार्टी को अपनाने की अपील की।

  • लोकसभा और विधानसभा में सविपा उतारेगी प्रत्याशी सदान विकास पार्टी आगामी लोकसभा और विधानसभा के चुनाव में सभी सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी। इस संबंध में सविपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.आरपी साहु ने कहा कि आगामी लोकसभा और विधानसभा के चुनाव में सदान विकास पार्टी पूरे दम-खम से चुनाव मैदान में उतरेगी। इसके लिए अभी से ही तैयारियां शुरू कर दी गई है। राज्य में संगठन का विस्तार किया जा रहा है। सभी जिलों में जिला कमेटियां गठित करने की दिशा में भी कार्य जारी है।